Friday, June 5, 2009

आईना ...

आईना...

मेरा आईना भी मुझसे कुछ कहता है…
हर दर्द को चुचाप रह के सहता है..
आंसुओं में छिपी सच्चाई में बहता है….
मेरे दिल का सच यही तो कहता है…
मुझे सूरत ही नही सीरत भी वही देता है…
फ़िर भी मेरे दिल के करीब वो ही तो रहता है…मेरा आईना भी मुझसे कुछ कहता है…

2 comments:

  1. bahut badiya dada...tooo gud...excellent.....keep up the gud work!!!

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  2. thankyou for your precious comments....

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